Thursday, February 8, 2018

घास काटिक प्यारी छैला है रुमक व्हे गे घार ए जादी दूदी का नोना कि जिंगर गढ़ीं च ऐ रुमक व्हे गे घार ए जादी

घास काटिक प्यारी छैला ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
दूदी का नोना कि हिंगर गढ़ीं च ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ

घास का बाना के भेल गेई 
बोडी की घार किले नि ऐई
घास का बाना के भेल गेई 
बोडी की घार किले नि ऐई
व्हे भेल लोली मिभी बते जा ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ

ऊँचा डांडा भी अछेई गेना 
लोगों की ब्वारी घर बोडी ऐना
ऊँचा डांडा भी अछेई गेना 
लोगों की ब्वारी घर बोडी ऐना
त्वे बिना घर मयारू सुनु हुयुं चा ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ

उनी बसग्याली घासे घडोली 
चुछी छोरी त्वेमा गरी हुईं होली
उनी बसग्याली घासे घडोली 
चुछी छोरी त्वेमा गरी हुईं होली
अधरे आयूं छों मिमा देजा ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ

त्यारा मैता का पोणा अयां छन 
बांचदे सभी धे लगाणा छन
त्यारा मैता का पोणा अयां छन 
बांचदे सभी धे लगाणा छन
एक बेर हाँ बोली मनथें बुथें जा ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ

बरखणा आँसू सौण भादो सी 
आंखी भरी छन पाणी कि लोसी
बरखणा आँसू सौण भादो सी 
आंखी भरी छन पाणी कि लोसी
यूं आँसू त्वी ऐकि फूंजी जादी ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
दूदी का नोना कि हिंगर गड़ी च हे
रुमक व्हे गे घार ए जादी
घास काटिक प्यारी छैला ऐ
रुमक व्हे गे घार ए जादी
रुमक व्हे गे घार ए जादी
रुमक व्हे गे घार ए जादी 

गाण्यों की गंगा स्याणों का समुन्दर गानी

गाण्यूँ की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
गाण्यूँ  की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
एक ही बूंद समे साकी बस
एक ही बूंद समे साकी बस
कंठ कलम मा ये जनम मा
गाण्यूँ की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
 
छाला बैठ बैठी मुखडी छ्ल्याई  
ज्ञान की गंगा मा गोता नि लगेनी
छाला बैठ बैठी मुखडी छ्ल्याई
ज्ञान की गंगा मा गोता नि लगेनी
अँधेरों मा अटगी मिरग सी भटकी
अँधेरों मा अटगी मिरग सी भटकी
मन बण बणों मा मन बण बणों मा
गाण्यूँ  की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
 
ज्ञान का गदैरा विद्या का पंदेरा
बगदा रेनी आंख्यु का समणी
ज्ञान का गदैरा विद्या का पंदेरा
बगदा रेनी आंख्यु का समणी
अद्गुरु जतन दुर्बल मनसा
अद्गुरु जतन दुर्बल मनसा
पोंऊँ कन मा पोंऊँ त कन मा
गाण्यूँ की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
  
पोड़ पोड़ी देखिन सुपन्या अगास का
जगत जातरा करी बैठ बैठी
पोड़ पोड़ी देखिन सुपन्या अगास का
जगत जातरा करी बैठ बैठी
गाणी गठेनी देली नी लांगी
गाणी गठेनी देली नी लांगी
पोंछु कन मा पोंछु त कन मा
गाण्यूँ की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
 
ज्वानी मा सेयूं रों बुढ़ापा मा जागु
भाग भरोसा रों करम से भागु
ज्वानी मा सेयूं रों बुढ़ापा मा जागु
भाग भरोसा रों करम से भागु
मिलदी नी मिलदी मन कि या ज्योन
मिलदी नी मिलदी मन कि या ज्योन
हेंका जनम मा हेंका जनम मा 
गाण्यूँ की गंगा स्याणों का समुदर
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
छा मेरा मन मा ये मन मा
 
 
 

Wednesday, February 7, 2018

दूर चलिगे माना अब तू आसमान व्हे गई पर सुरक इथगा बिंगेजा दूरांगी क्यान व्हे गई

संगीत..............१२३
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
पर सुरक इथगा बिंगेजा
पर सुरक इथगा बिंगेजा  
दूरांगी क्यान व्हे गई 
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
आसमान व्हे गई
 
संगीत..............१२३
रात भर तेरी छुयुं मा
उन्गरा देणु रों बीजी
उन्गरा देणु रों बीजी
संगीत..............१२३
रात भर तेरी छुयुं मा
उन्गरा देणु रों बीजी
बिनसिरिम मेरी बारी आई
अर भग्यान से गई 
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
आसमान व्हे गई
 
संगीत..............१२३
बालापन को तेरु लपोड्यूँ  
रंग छुटलु अब कनु करी  
रंग छुटलु अब कनु करी
संगीत..............१२३
बालापन को तेरु लपोड्यूँ  
रंग छुटलु अब कनु करी  
गेलु भी नि लेण दे  
सर ज्वान व्हे गई 
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
आसमान व्हे गई
 
संगीत..............१२३
यख त सच्ची बात भी
अटगीं च गीच गोला मा
अटगीं च गीच गोला मा
संगीत..............१२३
यख त सच्ची बात भी
अटगीं च गीच गोला मा
एक तू भी छे की झूटा
सों भग्यान खे गई 
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
आसमान व्हे गई
 
संगीत..............१२३
आली काटी माया रों
कुटणु में यकुली घामो मा
रों में यकुली घामो मा
संगीत..............१२३
आली काटी माया रों कुटणु
में यकुली घामो मा
कुट कुटीं धाण मा
झट पर्वाण व्हे गई
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
आसमान व्हे गई
 
संगीत..............१२३
छिबडाट व्हेना द्वार खुलीनी
न त छुंयालुन छ्विं लगेनी
न त छुंयालुन छ्विं लगेनी
संगीत..............१२३
छिबडाट व्हेना द्वार खुलीनी  
न त छुंयालुन छ्विं लगेनी
सुरक सुपिन्यम ऐकी चलीगे
अर ऐसान कै गई
दूर चलिगे माना अब तू
आसमान व्हे गई
दूरंगी क्यान व्हे गई 
आसमान व्हे गई
दूरंगी क्यान व्हे गई 


इगरेली बिगरेली बांद बोत देखीनी आंद जांद

संगीत...............123 इगरेली बिगरेली बांद संगीत...............123 इगरेली बिगरेली बांद बोत देखीनी आंद जांद बांद भोत छन देखी आ हाँ हाँ...